अनियंत्रित हार्मोन्स इक समस्या

 


वैसे तो प्रदुषण से कई तरह की स्वास्थ समस्याएं होती हैं, लेकिन इन दिनों प्रदुषण तनाव और हार्मोनल गड़बड़ी का भी एक बड़ा कारण बन गया है। डॉक्टर्स का कहना है कि प्रदुषण के कारण पुरुष और महिला दोनों में सामान रूप से हार्मोन संबंधी समस्या बढ़ रही है, हरमों अनियंत्रित होने की वजह से बांझपन, नपुंसकता, मीनोपॉज और मधुमेह जैसी बीमारियां बढ़ रही हैं।


योग से रहे निरोग 
अनियंत्रित हार्मोन्स की इस समस्या को होलेस्टिक मेडिसिन के जरिए ठीक किया जा सकता है। इस बारे में होलेस्टिक मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. तारिनी तनेजा कहती हैं कि भ्रामरी प्राणायाम ध्यान केन्द्रित करने में सहायक है, अतिसक्रिय थायरॉयड हाइपरथायरॉडिज्म और हाइपोथायरॉयडिज्म में भ्रामरी को लाभदायक माना गया है। उज्जयी प्राणायाम, सूर्य प्राणायाम, भुजंग आसन, मत्स्य आसान आदि हार्मोन्स को नियंत्रित करने में सहायक हैं। डॉ. तनेजा ने बताया कि ध्यान या शिव ध्यान करने से मनुष्य अल्फा वेब में पहुंच जाता है और रोगों से लड़ने के लिए शरीर में मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास करता है।


ये ना करें सेवन
उन्होंने कहा कि हाइपोथायरॉडिज्म में गेंहू के प्रयोग से बचना चाहिए, इसके साथ ही थायरॉयड के रोगियों को बंद गोभी और फूल गोभी का सेवन कम करना चाहिए, जबकि पालक, अदरक और समुद्री आहार इसमें लाभदायक हैं। जलन, कुंठा और ईष्र्या की वजह से शरीर में हार्मोन्स में बदलाव होता है जो बीमारियों का कारण बनते हैं।


पुरुषों में भी हार्मोनल समस्या
वहीँ राममनोहर लोहिया स्नात्कोत्तर संस्थान के डीन डॉ. राजीव सूद ने बताया कि हार्मोन्स की गड़बड़ी की वजह पुरूषों में एंडोपॉज होता है, जिसकी वजह से थकान, आलस्य, पेट का बाहर निकलना और बार बार लघु शंका होना आदि शामिल हैं